Add To collaction

खेल - ए - खुमार

  


आजकल लोगों को चढ़ा एक नये खेल का खुमार है।
टूटे हुए दिल के आशियाने में हमदर्द बनकर घुसते हैं,
टुकड़ों को समेटते हैं और एक बार फिर से जमीं पर 
और ज्यादा तेजी के साथ फेंकते हैं।
ताकि वो टुकड़े, टुकड़े ना रहें, बिखर जाएँ पूरी तरह, वो लोग सोचते भी नहीं एक बार भी कि उस आशियाने के मालिक पर क्या बीतेगी?
कैसे सह पाएगा वो उनकी चुभन?
मगर शायद दोष उनका भी नहीं ए मुजस्सम!
ये तो बस उनका खेल-ए-खुमार है।।
शायद ये बदलते हुए वक्त की मार है।
शायद ये बदलते हुए वक्त की मार है।। ंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंंं

   20
13 Comments

Rahman

30-Jul-2022 10:41 PM

👌👌👌

Reply

Madhumita

30-Jul-2022 05:56 PM

Nice

Reply

Khushbu

30-Jul-2022 05:17 PM

शानदार

Reply